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लवस्टोरी ऑफ सोना-19

लव स्टोरी ऑफ सोना-19
पापा राजी हुए

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सोना का सोचना सही था, कि पापा जाग रहे हैं और सोने का नाटक कर रहे हैं। दरअसल जिस घर में ऐसी विषम परिस्थितियां आ जाती हैं, उस घर की नींद तो उड़ ही जाती है। और नींद के उड़ने का कारण सिर्फ दुख और परेशानी नहीं होता , बल्कि खुशी में भी नींद उड़ जाती है. ! जैसे रघुनाथ जी की नींद उनकी परेशानी के कारण उड़ गई थी, जबकि सोना और मम्मी की नींद उड़ गई थी, उनकी खुशी के कारण..!

उधर रघुनाथ जी के कुछ समझ में नहीं आ रहा था, कि वो क्या करें। और काफी देर तक सोचने के बाद अंततः उन्होंने निर्णय लिया, कि उनके प्रोटेस्ट करने का कोई अर्थ नहीं है, क्योंकि न उन्हें अपने घर में किसी का सपोर्ट है और मैं मीडिया वालों का . ! यहां तक कि उनके धंधे में भी काम करने वालों का सपोर्ट सोना को ही मिल रहा था.!

और दूसरी बात यह है, कि कुछ बातें ऐसी होती है, जहां महत्त्व सिर्फ जीत का होता है। और सोना के मामले में उसकी इच्छाओं को दफन करने की उनकी हर चाल नाकामयाब हो चुकी थी.. और एक तरह से इस लड़ाई में वो  पूरी तरह से हार चुके थे ..! और सोना का विरोध करने पर अब हर तरफ से उनकी जलालत होनी थी , और इन उनके बिजनेस पर भी नेगेटिव असर पड़ सकता था ..! 

फिर उन्होंने सोचा, कि सोना  को  मुंबई जाना है,  और वो किसी भी कीमत पर उसको रोक नहीं पाएंगे।  हालांकि सोना की यह बात बिल्कुल सही है , कि किसी नई लड़की को अपनी पहली फिल्म के लिए ही 11 करोड़ रुपए का ऑफर मिलना और एक  करोड़ रुपया एडवांस में मिल जाना,  यह वास्तव में बहुत बड़ी बात है ।

और सोना का ये कहना भी  सही है, कि जब श्रीकांत जी ने एक करोड़ रुपया सोना  को पहले ही दे दिया है, तो सोना के साथ में कोई गलत हरकत नहीं कर सकता ..! क्योंकि मेरी बेटी से  जबरदस्ती काम तो कोई नहीं करा सकता। और अगर मेरी बेटी ने श्रीकांतजी  की फिल्म में काम करने से इंकार कर दिया, तो उनका इसमें बहुत बड़ा नुकसान होगा, और इतने बड़े  नुकसान को वो झेल नहीं पाएंगे।

हाँ,  फिल्म इंडस्ट्री में दूसरे लोगों से थोड़ा डर जरूर है। क्योंकि खूबसूरत और जवान लड़की के इर्द-गिर्द मंडराने वाले बहुत लोग होते हैं। और बॉलीवुड की अधिकतर कहानियाँ  लव पर ही होती है। और अगर सस्पेंस या कोई  हॉरर कहानी हो, तो उसमें भी उसमें मोहब्बत का मसाला जरूर डाला जाता है।

लेकिन मेरा ख्याल है कि सोना को गलत दिशा में जाने से रोकने के लिए  उसकी मम्मी का उसके साथ में होना बहुत जरूरी है। हालांकि पार्वती की सोच भी सोना के जैसी ही है, और वो खुद भी फिल्मों में काम करना चाहती है, फिर भी अगर वो सोना के साथ रहेगी, तो सोना अपनी सीमा में ही रहेगी और सुरक्षित  रहेगी। और  मेरे ख्याल में यही ठीक रहेगा।

और उम्र ज्यादा हो जाने पर कंप्रोमाइज तो  हमेशा बाप को ही करना पड़ता है, विशेष रूप से तब, अगर बेटी के अरमानों को पंख लग गए हों..! और जब इस बात के लिए उन्होंने अपने मन को पक्का कर लिया, तब थोड़ी देर के लिए उनको झपकी आ गई।

दूसरे दिन सुबह होने पर सोना ने चाय बनाया और पापा के कमरे में आकर बोली-" गुड मॉर्निंग पापा। यह आपकी चाय रखी है. !"

पापा ने संक्षिप्त सा उत्तर दिया कहा-"थैंक्स"

फिर उनको बिल्कुल शांत और गंभीर मुद्रा में देखकर सोना ने कहा-"पापा, क्या आप वास्तव में मुझसे बहुत ज्यादा गुस्सा है..?"

पापा ने कहा-" गुस्सा था, लेकिन अब मुझे ऐसा लग रहा है, कि मेरे गुस्सा होने का कोई फायदा नहीं है। इसलिए मैं चाहता हूं कि अगर तू  मुंबई जाए, तो दुखी होकर न जाए बल्कि खुशी-खुशी जाए। और मेरी यही इच्छा है, कि तू अपनी मम्मी को भी अपने साथ ले जा।''

सोना ने कहा-" थैंक्स पापा। मैं मम्मी को भी साथ ले जाऊंगी। और मेरा तो यह कहना है, कि आप भी अपना पूरा कारोबार कामता प्रसाद जी के ऊपर छोड़ कर मेरे साथ चलो। क्योंकि रहने की कोई तो व्यवस्था होगी ही मेरी। और जहां मैं रहूंगी, आप भी रहना। और अगर मुंबई में रहने की ज्यादा प्रॉब्लम होगी , तो  अगर  मेरे को एक करोड़ में कोई छोटा मकान मिल जाता है, तो मुंबई पहुंचते ही सबसे पहले मैं मकान खरीद लूंगी, जिससे हम सब को वहाँ रहने में कोई समस्या ना हो।" 

रघुनाथ-" तुम्हारा कहना सही है बेटी..!  लेकिन मुंबई जैसी भागदौड़ वाली जिंदगी अपने को रास नहीं आने वाली। इसलिए अगर तुम रौनक के साथ मुंबई जाती हो,  तो अपनी मम्मी को भी ले जाओ। क्योंकि तब मुझे तुम्हारी ज्यादा चिंता नहीं होगी ।

और बेटी, जब तूने मुंबई जाने का तय कर ही लिया है, तो मेरी यही दुआ है,  कि खूब तरक्की कर, जिससे बहुत जल्द एक बड़ी आर्टिस्ट के रूप में लोग  तुझको  जाने। 

क्योंकि इस बात को मैं भी जानता हूं, छोटे-मोटे कलाकारों का ही शोषण ज्यादा होता है, जबकि  बड़े कलाकारों के साथ कुछ भी गलत करना आसान नहीं होता।"

"थैंक्स पापा। आई लव यू।" और इतना कह कर सोना अपने पापा के गले लग गई..।

~विजयकांत वर्मा



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2 Comments

Sana khan

28-Aug-2021 05:14 PM

Khubsurat kahani

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Fiza Tanvi

27-Aug-2021 12:19 PM

Bahut badiya

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